लोक प्रशासन का परिचय (भाग – 1)

लोक प्रशासन का परिचय (भाग – 1)

  1. शब्द‘Administration’ किस भाषा से उत्पन्न हुआ? – लैटिन भाषा से
    • प्रशासन मुख्यतःएक संस्कृत भाषा का शब्द है जो लेटिन भाषा के शब्द ‘Administation’से उत्पन्न हुआ है।
    • जिसका तात्पर्यउत्कृष्ट रीति से कार्य करना है।
  2. ‘प्रशासन’ शब्द की परिभाषा “वांछनीय लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु माननीय एवं भौतिक संसाधनों को संगठित एवं निर्देशित करना है” किसने दी है? – जॉन एम फिपनार एण्ड आर वैन्स प्रेस्थस
  3. “प्रशासन का क्षेत्र कार्य-व्यापार का क्षेत्र है। यह राजनीतिक का जल्दीबाजी तकरारसे अलग है।”यह वक्तव्य किसका है? – वुडरो विल्सन
  4. “प्रशासन उद्देश्य प्राप्ति के लिए स्थापित संगठन एवं मनुष्य तथा वस्तुओं का प्रयोग है।” यह परिभाषा किस विद्वान ने दी है? – मैकननी
  5. “प्रशासन किसी भिज्ञ उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किया गया निश्चित कार्य है।”यह परिभाषा किस विद्वान की दी गई है? – एफ एम मार्क्स
    • एफ एम मार्क्स के अनुसार “प्रशासन चेतन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए एक संगठित प्रयास और साधनों का निश्चित प्रयोग है”,“प्रशासन एक निश्चयात्मक प्रक्रिया है” तथा “प्रशासन किसी भिज्ञउद्देश्य की प्राप्ति के लिए किया गया निश्चित कार्य है।”
  1. लोक प्रशासन एक विषय के रूप में सर्वप्रथम प्रारंभ हुआ – संयुक्त राज्य अमेरिका में
    • 17 वी शताब्दी में यूरोपीय भाषा में ‘लोक प्रशासन’ शब्द का प्रचलन राजा के सार्वजनिक एवं निजी कार्यों के पृथक्करण के संदर्भ में हुआ।
    • लोक प्रशासन एक विषय के रूप में इसके क्षेत्र को लेकर मतों में भिन्नता है।
    • संकुचित दृष्टिकोण –इसके सरोकार प्रशासन की मात्र कार्यपालिका शाखा तक ही सीमित है। (साइमन, पर्सी मैक्कविन, लूथर गुलिक) इस मत के प्रबल समर्थक है।
    • व्यापक दृष्टिकोण –लोक प्रशासन सरकार के तीनों अंगों –कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका से संबंधित है: (विलोबी, ह्वाइट, नीग्रो, एफ. एम मार्क्स,फिपनर) इस मत के समर्थक है।
    • पोस्टकॉर्ब दृष्टिकोण–यह दृष्टिकोण दो कारणों से प्रकट हुआ
    • प्रबंधकीय विद्वानों द्वारा प्रशासन को प्रबंध मानना
    • एक सार्वभौमिक प्रशासनिक विज्ञान की संकल्पना द्वारा
    • सर्वप्रथम लूथर गुलिक ने उन सिद्धांतों पर चर्चा की जिसमें POSDCORB की गतिविधियां सम्मिलित थी।
    • पॉकोक दृष्टिकोण–हेनरी फेयोल इसके प्रतिपादित है।
    • लोक कल्याणकारी दृष्टिकोण –इसे आदर्शवादी दृष्टिकोण भी कहते हैं इसका समर्थन ड्रोर, मर्सन तथा एल. डी ह्वाइट ने किया है।
    • इसका समर्थन मानने वाले राज्य और प्रशासन के मध्य भेद नहीं मानते हैं क्योंकि दोनों का एक ही लक्ष्य होता है जनकल्याण
https://www.youtube.com/watch?v=K2yW82j5j50&t=166s
  1. लोक प्रशासन मूल्य से संबंधित है – लोकनीति के क्रियान्वयन से
    • लोक प्रशासन का उद्देश्य जनकल्याण होता है।
    • लोक कल्याणकारी उद्देश्य एवं लोकतंत्र के फैलाव इन दोनों बातों में लोक प्रशासन के कार्यों में भारी वृद्धि कर दी है।
  2. लोक प्रशासन को कला कौन मानता है–ई एन ग्लेडन
    • लोक प्रशासन का व्यक्तिगत प्रशासन में से उत्तरदायित्व एक भेददर्शक तत्व है।
    • ई एन ग्लेडन ने लोक प्रशासन को बहुरूपिया कहा है।
  3. लोक प्रशासन की अंतिम परीक्षा है – मानव कल्याण को उच्चतम सीमा तक बढ़ाएं
  4. लोक प्रशासन के अध्ययन का प्राचीनतम उपागम कौन सा है – दार्शनिक उपागम
    • प्राचीन भारतीय राजनीतिक पुस्तकों एवं धर्म ग्रंथों में भी शासन के बारे में उल्लेख किया गया है।
    • जातक कथाएं, महाभारत का शांति पर्व,पाणिनि की अष्टाध्यायी, ऐतरेय ब्राह्मण,  शुक्राचार्य का नीतिसार, कौटिल्य का अर्थशास्त्र में भी शासन के बारे में उल्लेख किया गया है।
  5. “लोक प्रशासन कानून को विस्तृत एवं प्रबंध रूप से क्रियान्वित करने का नाम है।” – वुडरो विल्सन
  6. “लोक प्रशासन का संबंध उन सभी क्रियाओं से है, जिनका उद्देश्य लक्ष्यों की प्राप्ति है।” – एल. डी ह्वाइट
  7. “लोक प्रशासन विधि का विस्तृत एवं सुव्यवस्थित क्रियान्वयन हैं।” – वुडरो विल्सन
  8. “लोक प्रशासन सरकारी प्रशासन है।” – मोहित भट्टाचार्य
  9. लोक प्रशासन के एक विज्ञान होने के दावे को चुनौती दी – रॉबर्ट डहल

विभाग की परिभाषा

  1. “जब तक लोक प्रशासन का अध्ययन तुलनात्मक नहीं होगा इसे विज्ञान बनाने का दावा केवल आधारहीन होगा।” – रॉबर्ट डहल
  2. लोक प्रशासन का संबंध है
    1. सरकार की कार्यकारी शाखा से
    2. प्रशासकीय प्रक्रिया से
    3. नौकरशाही व उसकी गतिविधियों से
  3. “जनसाधारण की भाषा में लोक प्रशासन से अभिप्राय उन क्रियाओं से है जो केंद्र, राज्य तथा स्थानीय सरकारों की कार्यपालिका शाखा द्वारा संपादित की जाती है।” – हरबर्ट साइमन
  4. लोक प्रशासन के विषय के बौद्धिक विकास की समीक्षा के लिए किसने बिंदुपथ और केंद्रीय बिंदु के प्रत्यय का प्रयोग किया – निकोलस हेनरी
  5. 1960 के दशक में नवीन लोक प्रशासन पर हुए सम्मेलन के संरक्षण थे – ड्वाइट वाल्डो