लोक प्रशासन का परिचय (भाग – 2)

लोक प्रशासन का परिचय (भाग – 2)

  1. लोक प्रशासन के महत्व से संबंधित किसने कहा था प्रशासनिक प्रक्रिया विश्वव्यापक है? – हेनरी फेयोल
    • प्रशासनिक प्रक्रिया एक विश्वव्यापी प्रक्रिया और इसलिए लोक प्रशासन के अध्ययन की खोज आधुनिक समय में अनिवार्य तत्व बन जाती है।
  2. “राजनीतिज्ञ और प्रशासन दोनों ही सरकार के व्यापार में व्यस्त रहते हैं और उनके मार्ग एक दूसरे का अतिक्रमण कर जाते हैं।” – चैपमैन
  3. राजनीतिक प्रशासन द्वैतभाव से संबंधित विद्वान नहीं है – जे. डी. मिलेट
  4. प्रबंधकवाद किसकी विशेषता है? – नवीन लोक प्रबंधन
  5. ‘रिपब्लिक’ शासन से संबंधित पुस्तक किसकी है – प्लेटो
    • प्लेटो अपने प्रसिद्ध ग्रंथ ‘रिपब्लिक’में ऐसे आदर्श राज्य का निर्माण करता है जिसकी बागडोर दार्शनिक प्रशासकों के हाथ में है।
    • प्लेटोके अनुसार राज्य तभी आदर्श रूप प्राप्त कर सकता है जब उसका सा शासन योग्य, कुशल, ज्ञानी एवं स्वार्थहीन दार्शनिक शासकों के हाथ में हो।
    • प्लेटो के समय में एथेन्स प्रजातंत्र के स्पार्टा सैनिक तंत्र के तथा सिरक्यूज निरकुंश तंत्र के दुर्गुणों सेपीड़ित थे।
    • शासक अज्ञानी, स्वार्थी और संकीर्ण बुद्धि के होते थे।
    • प्लेटो के अनुसार ज्ञानी एवं गुणीव्यक्ति ही शासक बनाया जाना चाहिए।
  1. ‘शासन’ शब्द उल्लेख किस ग्रंथ में है? – जातक कथाएं
    • जातक कथाएं, महाभारत का शांति पर्व, पाणिनि की अष्टाध्यायी, ऐतरेय ब्राह्मण,  शुक्राचार्य का नीतिसार, कौटिल्य का अर्थशास्त्र में भी शासन के बारे में उल्लेख किया गया है।
    • शासन शब्द यूनानी क्रिया कुबेरनाओं से लिया गया है जिसका अर्थ परिचालन है और इससे पहली बार प्लेटो ने सांकेतिरूप में प्रयोग किया था।
https://www.youtube.com/watch?v=2sOW9kzwiXw
  1. शासन के प्रकारों में शामिल किया जाता है – परियोजना शासन
    • कॉर्पोरेट शासन, ई-शासन, सूचना प्रौद्योगिकी शासन, लोकतांत्रिक शासन सुशासन, सहभागितापूर्णशासन, गैर-लाभकारी शासन
    • विश्व बैंक ने शासन के तीन विशिष्ट पहलुओं को प्रभावित किया है।
      1. राजनीतिक सत्ता का प्रकार
      2. विकास के लिए देश के आर्थिक और सामाजिक संसाधनों के प्रबंधन हेतु सत्ता के प्रयोग की प्रक्रिया
      3. नीति निर्णय एवं क्रियान्वयन के लिए कार्यक्रमों की संरचना हेतु सरकार की क्षमता
    • सामान्य रूप से शासन तीन बड़े तरीके से होता है
    • पब्लिकप्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के नेटवर्क को को शामिल कर या सामुदायिक संगठनों की साझेदारी से
    • बाजार प्रक्रियाओं के प्रयोग से जहां सरकार के नियमों के अंतर्गत काम करते हुए बाजार की प्रतियोगी नीतियों से संसाधनों का आवंटन होता है।
    • टॉप डाउन पद्धति के माध्यम से जिनमें मुख्य रुप से सरकारें और राज्य के नौकरशाह शामिल होते हैं।
    • कौन-सी समय अवधि लोक प्रशासन के अन्तर्विषयी अध्ययन से संबंधित है?- वर्ष 1947-1970
    • लोक प्रशासन में पहचान का संकट (1948-70)
      • राजनीतिक प्रशासन विभाजन को नकारने के कारण पहचान का संकट खड़ा हो गया।
      • इस विभाजन के कारण कुछ विद्वान राजनीति की ओर लौट आए तथा कुछ प्रशासनिक विज्ञान की ओर।
      • जॉन एमगॉस तथा रॉस्की मार्टिन राजनीति की ओर लौट गए जबकि हर्बर्ट साइमन प्रशासन की ओर।
    • लोक प्रशासन के उदय और पहचान को संकट में निम्न प्रकार के परिवर्तन हुए
      • क्रिस आर्गेनिस, डगलस मैकग्रेगर, रेन्सिस लिकर्ड, वॉरेन बेनिस तथा अन्य द्वारासमर्थित नव-मानव संबंधी उपागम का उदय
      • तुलनात्मक लोक प्रशासन का विकास
      • रिग्सके परिवेशीयउपागम का अध्ययन
      • रिग्स और विडनरद्वारा विकास की अवधारणा का अविष्कार
      • नव-लोक प्रशासन का उदय
      • विनसेट ओस्ट्रेमद्वारा लोक चयन उपागम की वकालत
  2. लोक और निजी प्रशासन सर्वाधिक समानता प्रदर्शित करते हैं
    • निजी एवं लोक निगमों के व्यापारिक कार्यों में
    • राजनीतिक चरित्र में
  3. किसी सिद्धांत विरोधी गैर प्रत्यक्ष वादी पदानुक्रम विरोधी माना जाता है – विकास प्रशासन
  4. लोक प्रशासन में प्रभावी प्रतिमान किसका है – वेबर का मॉडल
    • मैक्स वेबर की महत्वपूर्ण पुस्तकें
    • The protest ethics and spirit of capitalism (1905)
    • The religion of China (1916)
    • The Religion of India (1916)
    • Economy and Society (1921)
    • The city (1921)
    • Sociology of religion (1922)
    • General economic history (1927)
    • Max Weber on the methodology of the social science (1941)
    • The theory of social and economic organisation 1927)
  5. लोक प्रशासन अपने कार्य के लिए किस एक में निजी प्रशासन से विशेष रूप से भिन्न है? – लालफीताशाही
  6. कौन-सा विद्वान व्यापक रूप से इसलिए जाना जाता है कि उसकी प्रकाशित पुस्तक से लोक प्रशासन को एक शैक्षिक विद्याशाखा के रूप में शैक्षिक मान्यता प्राप्त होने आरंभ हुई? – लियोनार्ड डी.ह्वाइट
  7. कौन कहता है कि लोग प्रशासन में केवल सरकार ही कार्यकारी शाखा केकाम शामिल होते है? – लूथर गुलिक
    • लूथर गुलिक के अनुसार,“अपने वास्तविक अर्थों में लोक प्रशासन प्रशासनिक विज्ञान का वह भाग है जो मुख्य रूप से सरकार के कार्यपालिका अंग से संबंधित है, जहां सरकार का कार्य मुख्य रूप से होता है तथा विधायिका और न्यायपालिका से संबंधित समस्याएं भी इसमें शामिल होती है।”
  8. विचारकोंमें से कौन लोक प्रशासन को विज्ञान नहीं मानता है? – रॉबर्ट डहल
    • रॉबर्ट डहल के अनुसार,“जब तक लोक प्रशासन का अध्ययन तुलनात्मक नहीं होगा, इसे विज्ञान बनाने का दावा केवल आधारहीन होगा।”
  9. कौन सी नवीन लोक प्रशासन की चिंता है – मूल्य, परिवर्तन, प्रासंगिकता

विभाग की परिभाषा

  1. वर्ष 1970 के बाद की अवधि के लोक प्रशासन की विशिष्टता है – मूल्य उन्मुक्त
  2. किसका वर्णन सिद्धांत विरोधी, प्रत्यक्षवाद विरोधी और पदानुक्रम विरोधी के रूप में किया गया है। – नव-लोक प्रशासन
  3. “लोक प्रशासन लालफीताशाही द्वारा अभिलक्षित होता है जबकि निजी प्रशासन उससे स्वतंत्र होता है।”यह कथन किसका है – हर्बर्ट साइमन
    • साइमन के अनुसार, “लोक प्रशासन का अर्थ केंद्रीय प्रांतीय तथा स्थानीय सरकारों की कार्यपालिका शाखा से संबंधित है।”
  4. राज्य सर्वव्यापीहै, आज कोई भी भाग उससे अछूता नहीं है यह कथन किस अवधारणा को इंगित करता है? – कल्याणकारी राज्य
    1. लोक कल्याणकारी उद्देश्य एवं लोकतंत्र के फैलाव इन दो बातों में लोक प्रशासन के कार्यों में भारी वृद्धि कर दी है।
  5. प्रशासन के आवश्यक तत्व है
    • निश्चित उद्देश्य
    • सामूहिक प्रयास
    • अधिकार करना